काले गुलाब का रहस्य | Hindi Kahani

काले गुलाब का रहस्य | Desi Kahani | The Secret of the Black Rose | Hindi Kahani

काले गुलाब का रहस्य | Desi Kahani | The Secret of the Black Rose | Hindi Kahani. A story of a black rose in Hindi. In the serene hill station of Mussoorie, nestled among the chilly mountains, an air of mystery began to unravel. Ria, a young woman seeking solace in her picturesque cottage, found…

काले गुलाब का रहस्य | Desi Kahani | The Secret of the Black Rose | Hindi Kahani. A story of a black rose in Hindi. In the serene hill station of Mussoorie, nestled among the chilly mountains, an air of mystery began to unravel. Ria, a young woman seeking solace in her picturesque cottage, found herself gripped by an inexplicable fear.

For three consecutive mornings, a black rose mysteriously appeared in her room, with no note, no phone call—just the eerie presence of that dark flower. What started as a curious anomaly soon became a haunting puzzle, forcing Ria to confront a terrifying secret from her past that refused to stay buried. Little did she know that this enigmatic black rose would lead her down a path of chilling revelations and confrontation with a truth she never imagined.

काले गुलाब का रहस्य Hindi Story

शीतल पहाड़ों के बीच बसा हुआ था हिल स्टेशन, मसूरी. कोहराई सुबह में रिया, अपने खूबसूरत कॉटेज की बालकनी पर खड़ी थी. चारों तरफ पेड़ों का घना जंगल और दूर दूर तक फैला हसीन नजारा. लेकिन रिया के चेहरे पर छाई थी बेचैनी.

काले गुलाब का रहस्य Hindi Story

पिछले तीन दिनों से रोज सुबह उसके कमरे में एक काला गुलाब रखा मिलता था. किसी अजनबी का कोई फोन, कोई संदेश नहीं, बस वो खौफनाक काला गुलाब.पहले रिया ने इसे नजरअंदाज किया, पर हर रोज वही (तस्वीर) काला गुलाब देखकर अब घबराहट होने लगी थी. उसने होटल मैनेजर, विक्रम से शिकायत की.

विक्रम एक शांत स्वभाव का आदमी था. उसने रिया को आश्वासन दिया कि वो मामले को देखेंगे और कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगवाने का सुझाव दिया. अगली सुबह, रिया ने देखा कि कमरे में एक छोटा सा कैमरा लगा हुआ है. राहत का एक सांस लिया उसने.

भयानक रात का साया

उस रात नींद में उसे किसी के कमरे में घुसने की आहट सुनाई दी. चौंक कर उठी तो कमरा खाली था, सिवाय एक चीज के – टेबल पर रखा हुआ एक और काला गुलाब. घबरा कर उसने कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक की. मगर उसमें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था! कैमरा तो काम नहीं कर रहा था. रिया अब पूरी तरह से सहम गई थी. उसने विक्रम को बुलाया. विक्रम कमरे में आया, कैमरा देखा और हैरानी से बोला, “ये तो अजीब हुआ. कैमरा तो ठीक से लगा हुआ था.”

उसी वक्त रिया की नज़र कमरे के कोने में रखे हुए एक पुराने टेडी बियर पर पड़ी. वो टेडी बियर उसे बचपन में बहुत पसंद था, जिसे वो यहाँ लाना भूल गई थी. टेडी बियर टेबल के पास कैसे आया? विक्रम ने टेडी बियर उठाया और उसकी पीठ के पीछे देखा. वहां एक छोटा सा डिब्बा लगा हुआ था. डिब्बे में एक नोट था और उसके नीचे… एक और काला गुलाब!

उस खौफनाक रात को क्या हुवा?

नोट पढ़ा, “ये आखिरी गुलाब है, रिया. अब तुम्हें सच जानने का वक्त आ गया है.” घबराते हुए रिया ने नोट पढ़ा. लिखा था, “वो रात, वो जंगल, वो हादसा… याद आया रिया?” रिया का दिमाग ठहर सा गया. वो रात, पांच साल पहले की वो खौफनाक रात, जब उसके बॉयफ्रेंड, अभिषेक के साथ जंगल में घूमते हुए एक भयानक दुर्घटना हो गई थी.

अभिषेक की मौत हो गई थी, और रिया को गंभीर चोटें आई थीं. अब उसे समझ में आया. ये काले गुलाब उसे कोई और नहीं, बल्कि अभिषेक भेज रहा था!मगर… ये कैसे हो सकता है? अभिषेक तो मर चुका था. तभी विक्रम बोला, “रिया, तुम ठीक तो हो ना?” रिया ने उसे वो नोट दिखाया. विक्रम उसे ध्यान से पढ़कर मुस्कुराया, “ये कोई मजाक कर रहा है रिया. अभिषेक तो उस हादसे में…”

उसने वास्तविकता का अनुमान लगाया

विक्रम की बात पूरी होने से पहले ही रिया चीख पड़ी, “विक्रम, नहीं! अभिषेक जिंदा है!”उसने विक्रम को वो टेडी बियर दिखाया. टेडी बियर के डिब्बे में जो नोट था, उसके नीचे काला गुलाब के साथ एक छोटी सी चिप भी रखी थी. रिया ने उस चिप को कैमरे में लगाया. और कैमरे की स्क्रीन पर वो तस्वीर उभर आई, जिसे देखकर रिया की रूह कांप गई.

कैमरे की रिकॉर्डिंग में रात का एक नजारा दिख रहा था. कमरे की खिड़की खुली थी और पर्दे हिल रहे थे. तभी अचानक कमरे में कोई साया घुसा. कैमरे की रिकॉर्डिंग थोड़ी धुंधली थी, मगर उस साये की कद-काठी बिल्कुल विक्रम से मिलती जुलती थी. वो साया टेडी बियर के पास गया और उसकी पीठ के पीछे डिब्बा लगा कर चला गया. रिया के पैरों तले जमीन खिसक गई. विक्रम, वही शांत स्वभाव का होटल मैनेजर, जो उसकी मदद करने का दिखावा कर रहा था, वही असली गुनाहगार था!

वास्तविक रहस्य की समस्या का समाधान

अब समझ में आ रहा था कि असल में क्या हुआ था. पांच साल पहले जंगल में हुए हादसे में अभिषेक मरा नहीं था, बल्कि गंभीर रूप से घायल हो गया था. विक्रम, जो उस वक्त वहीं पास में था, usne ने मौका देखा और बेहोश अभिषेक की जेब से उसकी गाड़ी की चाबी चुरा ली. उसने गाड़ी को एक खाई में गिरा दिया ताकि सबूत मिटा सके.

उसने सोचा कि रिया के मरने से उसे अभिषेक की सारी संपत्ति मिल जाएगी. लेकिन रिया बच गई. अब विक्रम को डर था कि रिया हादसे की सच्चाई जानकर पुलिस को बताएगी. इसलिए उसने रिया को डराने के लिए ये सब किया. रिया ने गुस्से और घृणा से विक्रम को देखा. विक्रम घबरा गया. उसने रिया को समझाने की कोशिश की, लेकिन रिया ने उसकी एक न सुनी. उसने तुरंत पुलिस को फोन किया.

कुछ ही देर में पुलिस पहुंच गई. उन्होंने विक्रम को गिरफ्तार कर लिया. रिया ने अपना पूरा बयान पुलिस को दिया. पुलिस ने जंगल में उस जगह की भी जांच की जहां विक्रम ने अभिषेक की गाड़ी गिराई थी. उन्हें जल चुकी गाड़ी के अवशेष मिले. कुछ समय बाद डीएनए टेस्ट के नतीजे भी आ गए. वो अवशेष अभिषेक की गाड़ी के ही थे. अब पुलिस को अभिषेक को ढूंढना था. उन्होंने पूरे इलाके में उसकी तलाश शुरू कर दी.

असली हकीकत सामने आ गई

हफ्तों बाद, एक चौंकाने वाली खबर मिली. उसी जंगल के पास स्थित एक छोटे से गांव में रहने वाले एक विकलांग व्यक्ति की तस्वीर पुलिस को मिली. उस आदमी का चेहरा बुरी तरह से जख्मी था, पहचानना मुश्किल था. लेकिन उसकी आंखों में वो चमक थी, वो परिचित सी मुस्कान थी… वो अभिषेक था!

पांच सालों तक जंगल में अकेले रहने और जंगली जानवरों से बचने के बाद किसी तरह वो गांव तक पहुंचा था. वहां के लोगों ने उसकी मदद की और उसका इलाज करवाया. लेकिन हादसे में लगी चोटों की वजह से वो चलने फिरने में असमर्थ हो गया था.

अभिषेक को वापस लाया गया. रिया उसे देखकर फूट-फूट कर रो पड़ी. पांच साल बाद उनका फिर से मिलन हुआ था. ये मिलन खुशी से ज्यादा आंसुओं से भरा था. अभिषेक को अब लंबा इलाज करवाना था, फिर भी वो खुश था कि रिया जिंदा है और वो अब उसके साथ है.

विक्रम को उसकी सजा मिली. रिया और अभिषेक की जिंदगी फिर से पटरी पर लौटने की कोशिश कर रही थी. लेकिन उस हादसे के भयानक साए उन्हें हमेशा याद दिलाते रहते थे कि जिंदगी कितनी अनिश्चित है.

“काले गुलाब का रहस्य” कहानी का निष्कर्ष

As the truth finally came to light, Ria was left grappling with the horrors of the past and the betrayal that had shadowed her life for years.

Vikram’s arrest brought a sense of justice, but it couldn’t erase the scars left behind. Reuniting with Abhishek, who had survived against all odds, was both a blessing and a painful reminder of the night that changed everything.

Though the path ahead was uncertain, Ria and Abhishek found solace in each other’s presence, determined to rebuild their lives together. The black rose, once a symbol of fear, now served as a reminder of their resilience—a testament to their journey through darkness and their will to survive.

अजनबी का रहस्य (The Mystery of the Stranger) Hindi Kahani

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